मन में बस के मन बसिया, दिल लूट के ले गया छलिया, कहे रो रो राधा कैसी ये रुसवाई है, जिस दिन से गया तू, नींद मुझे ना आई है, मन में बस के मन बसी...
मन में बस के मन बसिया, दिल लूट के ले गया छलिया, कहे रो रो राधा कैसी ये रुसवाई है, जिस दिन से गया तू, नींद मुझे ना आई है, मन में बस के मन बसीया, दिल लूट के ले गया छलिया।। सुन कान्हा तेरी याद में रोती रहती हूँ, तेरे दिए ख्वाब के दर्द […]
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